Wednesday, March 25, 2020

हर सतरंगी सुबह
लेकर आती है सौगात
बंदर मामा चिहुँक गए हैं
सुनकर अदरक वाली बात

गौरैया आंगन में आई
दाना चुगकर चोंच में लायी
अम्मा कीर्तन गाये जात
चींटी की निकली बारात

छोड़ मोबाईल खेलो कूदो
पाठ पढ़ो और माने ढूंढो
मुश्किल सारी खाये मात
बाबा भी समझाये जात

पढ़ लिखकर इंसान बनेंगे
सज्जन और महान बनेंगे
मिल जाएगी सब ख़ैरात
जीवन की ये मानो बात

(लल्ला गोरखपुरी)
एक बाल कविता ।।।

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