हर सतरंगी सुबह
लेकर आती है सौगात
बंदर मामा चिहुँक गए हैं
सुनकर अदरक वाली बात
गौरैया आंगन में आई
दाना चुगकर चोंच में लायी
अम्मा कीर्तन गाये जात
चींटी की निकली बारात
छोड़ मोबाईल खेलो कूदो
पाठ पढ़ो और माने ढूंढो
मुश्किल सारी खाये मात
बाबा भी समझाये जात
पढ़ लिखकर इंसान बनेंगे
सज्जन और महान बनेंगे
मिल जाएगी सब ख़ैरात
जीवन की ये मानो बात
(लल्ला गोरखपुरी)
एक बाल कविता ।।।
लेकर आती है सौगात
बंदर मामा चिहुँक गए हैं
सुनकर अदरक वाली बात
गौरैया आंगन में आई
दाना चुगकर चोंच में लायी
अम्मा कीर्तन गाये जात
चींटी की निकली बारात
छोड़ मोबाईल खेलो कूदो
पाठ पढ़ो और माने ढूंढो
मुश्किल सारी खाये मात
बाबा भी समझाये जात
पढ़ लिखकर इंसान बनेंगे
सज्जन और महान बनेंगे
मिल जाएगी सब ख़ैरात
जीवन की ये मानो बात
(लल्ला गोरखपुरी)
एक बाल कविता ।।।
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